![यूपी-उत्तराखंड में बीजेपी की जीत से बढ़ा चीन में डर, ग्लोबल टाइम्स ने लिखा-अब झुकेगा नहीं भारत](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhN01RguKLuQrT6j35vA43-qE5bew7J383XVT0tL1PrS4YDVZBkfCGBhu13507Jl4SXrIaZS0MuZcMPW_kvPObAeekqu0i6XcAdrbgbn_R944xmWDmFXRDyHA8-LJjZao2PBGIvdpHKZGvL/s72-c/India-China.jpg)
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भारतीय जनता पार्टी की यूपी जीत का असर चीन में देखा जा रहा है। बीजेपी की इस जीत के बाद चीन की सत्ताधारी कम्यूनिस्ट पार्टी में कयासों का बाज़ार गर्म है। ये चर्चा इस बात को लेकर है कि हाल के विधानसभा चुनावों में बीजेपी की बंपर जीत के बाद आत्मविश्वास से लबरेज बीजेपी की सरकार चीन के साथ विवादास्पद मुद्दों को सुलझाने के लिए शायद ही कोई नरम रुख दिखाए। इस बात का जिक्र विदेश नीति पर कम्यूनिस्ट पार्टी के विचारों को रखने वाले अखबार ग्लोबल टाइम्स के एक संपादकीय में किया गया है। अखबार के एक लेख में लिखा गया है कि इस जीत के बाद प्रधानमंत्री घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय मोर्चों पर नरेन्द्र मोदी का रुख और भी सख़्त होगा।
ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस जीत के साथ ही 2019 के आम चुनाव के लिए पीएम मोदी ने जीत के अपने रास्ते और भी सुगम कर लिये हैं, कई लोगों का ये भी मानना है कि पीएम मोदी का दूसरा कार्यकाल लगभग तय है। अखबार लिखता है कि, ‘चूंकि इस वक्त भारत-बीजिंग के रिश्ते काफी नाजुक दौर में हैं इसलिए राजनीतिज्ञ अब ये आकलन करने में लगे हैं कि सत्ता पर पकड़ मजबूत करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी चीन के साथ भारत के रिश्तों को कैसे देखते हैं।’
अखबार आगे लिखता है कि, ‘अगर पीएम अगला आम चुनाव जीत जाते हैं तो भारत का विदेश नीति पर वर्तमान सख्त और स्पष्ट रवैया निश्चित रुप से जारी रहेगा। हालांकि ये निश्चित रुप से भारत के विकास के लिए ठीक रहेगा, लेकिन इसका ये भी मतलब है कि दूसरे देशों के साथ विवाद के मुद्दों पर भारत समझौता करने को तैयार नहीं होगा।’ अखबार के मुताबिक इसी परिपेक्ष्य में चीन-भारत के सीमा विवाद को देखा जाना चाहिए, जिसमें अब तक सुलह की कोई किरण नहीं नज़र आती है और पीएम मोदी ने इसी बॉर्डर पर भारत के सबसे बड़े त्योहार दीवाली को सैनिकों के साथ मनाकर, विश्व पटल पर अपना संदेश दे दिया है। अखबार के मुताबिक,’चीन के लिए ये वक्त दरअसल एक मौका है ये देखने का कि विवादास्पद मुद्दों पर एक कठोर रुख रखने वाली दिल्ली की सरकार के साथ रिश्ते कैसे बेहतर किये जाएं।
Source: jansatta.com
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